नमस्कार दोस्तों,
मै रंजन गुप्ता आप सभी लोगो का हमारी वेबसाइट Rasonet में तहे दिल से स्वागत करता हूं। आज के पोस्ट में मैं आपको statue of unity से related सारी जानकारी देने वाला हूं।
Statue of unity जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है एकता की मूर्ति एवं सभी लोग जानते हैं कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और अखंडता का प्रतिक है।
सरदार वल्लभभाई पटेल जो कि भारत के प्रथम उप-प्रधानमंत्री और प्रथम गृहमंत्री थे।
जब भारत देश आजाद हुआ तो उस समय अलग-अलग राजाओं और अलग-अलग राज्यों को एक राष्ट्र बनाने की जिम्मेदारी सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने कंधों पर ले ली थी।
और उन्होंने इस जिम्मेदारी को बहुत अच्छी तरह से निभाया और इसलिए उन्हें एकता यानी Unity का प्रतीक माना जाता है और इसलिए इस Statue का नाम Statue of unity रखा गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में 31 अक्टूबर 2013 को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने का निर्णय लिया।
Statue of Unity का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 28 अक्टूबर 2018 को किया गया था और इस जगह को पब्लिक के लिए पेश किया गया।
👉 किसानों की एकता (Unity)
दोस्तों सरदार वल्लभभाई पटेल की अनोखी मूर्ति बनाने के लिए भारत के 5,00,000 किसानों ने अपने पुराने औजारों को जो उनके लिए काम का नहीं था।
उन औजारों को उन्होंने इस मूर्ति को बनाने के लिए दान दे दिया।
और उन्होंने 5000 टन लोहा इकट्ठा किया और इसे भी एकता (Unity) का प्रतीक माना जाता है।
👉 सुराज प्रार्थना पत्र
इस मूर्ति के निर्माण के बाद एक सुराज प्रार्थना पत्र तैयार किया गया जहां पर प्रजा को बेहतर शासन के लिए अपना विचार देना था।
आप जानकर हैरान रह जाएंगे लगभग दो करोड़ लोगों ने इस पत्र पर अपना हस्ताक्षर किया और ऐसा लगभग पहली बार हुआ था।
👉 Run for unity
Unity की बात करें तो 15 सितंबर 2013 को पूरे भारत देश में Run for unity के नाम से एक marathon शुरू किया गया।
Run for unity में पूरे भारत के बड़ी संख्याा में लोग शामिल हुए थे।
और अपनी अपनी भागीदारी सुनिश्चित किए।
तो दोस्तों यह चार बातें तो हो गई unity की। अब मैं आपको परियोजना के बारे में बताने वाला हूं।
👉 परियोजना :-
गुजरात में नर्मदा नदी के ऊपर सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर इस Statue of unity का निर्माण किया गया।
तो दोस्तों अब मैं आपको इसकी ऊंचाई के बारे में बताने वाला हूं।
तो चलिए जान लेते हैं Statue of unity की ऊंचाई कितनी है?
Statue of unity की ऊंचाई base को लेकर अगर मापा जाए तो 240 मीटर होती है जिसमें 58 मीटर का base है।
जहां पर 3 मंजिला इमारत है और उसके ऊपर 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है।
तो मैं आपको बता दूं कि गुजरात में विधानसभा की 182 सीट उपलब्ध है इसलिए इस प्रतिमा की ऊंचाई 182 मीटर बनाई गई है।
नर्मदा नदी के सपोर्ट से मापा जाए तो 500 फीट की ऊंचाई पर यानी सरदार वल्लभभाई पटेल के छाती के पास एक Observation desk point of view रखा गया है।
जहां पर एक बार में लगभग 200 लोगों को लिफ्ट के जरिए उस भाग पर ले जाया जा सकता है।
इसका भव्य नजारा देखने के लिए ₹300 का भुगतान करना होगा।
जहां से सरदार सरोवर बांध के चारों तरफ का नजारा और आस- पास के भव्य और प्राकृतिक वातावरण को देख सकते हैं।
2013 में भारत सरकार ने 3001 करोड़ का बजट रखा था जिसको Larsen and toubro company ने 2989 करोड़ में accept किया।
इसका साथ Tournel construction company जो दुबई में सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा बनाने के लिए प्रसिद्ध है।
इसके पहले चीन में 150 मीटर ऊंची spring of Buddha भगवान बुद्ध की प्रतिमा बनाई है।
इसके पहले 2008 में म्यानमार सरकार ने 120 मीटर ऊंचा प्रतिमा बनाया था।
उससे पहले 116 मीटर ऊंची प्रतिमा जो कि जापान में भगवान बुद्ध की बनाई गई।
Statue of Unity पद्मा भूषण से सम्मानित शिल्पकार राम वी सुतार की कल्पना है उन्होंने ही Statue of Unity का design किया था।
इस प्रतिमा को लगभग 45000 मजदूरों ने एक साथ मिलकर दिन-रात एक करके बनाया था।
Statue of Unity का base 58 मीटर ऊंचा है जिस पर तीन मंजिला इमारत बनाया गया है।
उस base में memorial garden museum, सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन दर्शन के कुछ चीजें रखी गई है।
इसके अलावा हम अगर Structure की बात करें तो यह 20000 square मीटर में फैला हुआ है।
Statue of Unity को 12 किलोमीटर लंबी तालाब से घिरा हुआ है।
Statue of Unity तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर boat riding की सुविधा उपलब्ध है जो आपको 5 मिनट में ही अंदर पहुंचा देगी।
Statue of Unity 60 मीटर प्रति सेकंड की speed सेेेेे चलने वाली हवा, earthquake और vibration को भी झेल सकती है।
इसलिए यह प्रतिमा वाकई में अनोखाा है।
इस project पर एक श्रेष्ठ भारत भवन है जहां पर 3 स्टार होटल सुविधाएं और रूम उपलब्ध है।
Statue of Unity के पास एक public प्लाजा भी है जहां पर Tourist के लिए खाने पीने की सुविधाएं और
कई दुकाने और रहने के लिए अनेक सुविधाएं भी उपलब्ध है।
यहां पर और भी कई सारे Centre है जैसे research centre institute, amusement park और convention centre etc।
कुल मिलाकर दोस्तों, Statue of Unity को इस तरह सेेेेे डिजाइन किया गया है कि लाखों tourist हर साल घूमने आ सके और भारत सरकार को बड़ेेेेेे पैमाने पर income हो सके।
ऐसे में भारत और गुजरात के लिए यह गर्व की बात है कि भारत की एकता, अखंडता और भारत की शान के लिए यह ये statue को बनाया गया है।
यह Statue जो लोगों मे एकता की भावनाओं को प्रदर्शित करता है।
दोस्तों, आज की पोस्ट में मैं आपको Statue of Unity से संबंधित सारी जानकारी दिया हूं।
अगर आपके मन में इस पोस्ट से related कोई भी question हो तो कमेंट करके जरूर पूछें।
मैं पूरी कोशिश करूंगा कि आपके सवालों का जवाब दे सकूं।
दोस्तो, आपको ये पोस्ट कैसा लगा जरूर बताएं।
अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो please comment share and follow जरूर कीजिएगा।
Thanks.
मै रंजन गुप्ता आप सभी लोगो का हमारी वेबसाइट Rasonet में तहे दिल से स्वागत करता हूं। आज के पोस्ट में मैं आपको statue of unity से related सारी जानकारी देने वाला हूं।
Statue of Unity
Statue of unity जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है एकता की मूर्ति एवं सभी लोग जानते हैं कि सरदार वल्लभभाई पटेल भारत की एकता और अखंडता का प्रतिक है।
जब भारत देश आजाद हुआ तो उस समय अलग-अलग राजाओं और अलग-अलग राज्यों को एक राष्ट्र बनाने की जिम्मेदारी सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपने कंधों पर ले ली थी।
और उन्होंने इस जिम्मेदारी को बहुत अच्छी तरह से निभाया और इसलिए उन्हें एकता यानी Unity का प्रतीक माना जाता है और इसलिए इस Statue का नाम Statue of unity रखा गया।
सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में 31 अक्टूबर 2013 को गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति बनाने का निर्णय लिया।
Statue of Unity का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 28 अक्टूबर 2018 को किया गया था और इस जगह को पब्लिक के लिए पेश किया गया।
👉 किसानों की एकता (Unity)
दोस्तों सरदार वल्लभभाई पटेल की अनोखी मूर्ति बनाने के लिए भारत के 5,00,000 किसानों ने अपने पुराने औजारों को जो उनके लिए काम का नहीं था।
उन औजारों को उन्होंने इस मूर्ति को बनाने के लिए दान दे दिया।
और उन्होंने 5000 टन लोहा इकट्ठा किया और इसे भी एकता (Unity) का प्रतीक माना जाता है।
👉 सुराज प्रार्थना पत्र
इस मूर्ति के निर्माण के बाद एक सुराज प्रार्थना पत्र तैयार किया गया जहां पर प्रजा को बेहतर शासन के लिए अपना विचार देना था।
आप जानकर हैरान रह जाएंगे लगभग दो करोड़ लोगों ने इस पत्र पर अपना हस्ताक्षर किया और ऐसा लगभग पहली बार हुआ था।
👉 Run for unity
Unity की बात करें तो 15 सितंबर 2013 को पूरे भारत देश में Run for unity के नाम से एक marathon शुरू किया गया।
Run for unity में पूरे भारत के बड़ी संख्याा में लोग शामिल हुए थे।
और अपनी अपनी भागीदारी सुनिश्चित किए।
तो दोस्तों यह चार बातें तो हो गई unity की। अब मैं आपको परियोजना के बारे में बताने वाला हूं।
👉 परियोजना :-
गुजरात में नर्मदा नदी के ऊपर सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर इस Statue of unity का निर्माण किया गया।
तो दोस्तों अब मैं आपको इसकी ऊंचाई के बारे में बताने वाला हूं।
तो चलिए जान लेते हैं Statue of unity की ऊंचाई कितनी है?
Statue of unity की ऊंचाई base को लेकर अगर मापा जाए तो 240 मीटर होती है जिसमें 58 मीटर का base है।
जहां पर 3 मंजिला इमारत है और उसके ऊपर 182 मीटर ऊंची प्रतिमा है।
दोस्तों क्या आप जानते हैं इसकी ऊंचाई 182 मीटर ही क्यों है?
नर्मदा नदी के सपोर्ट से मापा जाए तो 500 फीट की ऊंचाई पर यानी सरदार वल्लभभाई पटेल के छाती के पास एक Observation desk point of view रखा गया है।
जहां पर एक बार में लगभग 200 लोगों को लिफ्ट के जरिए उस भाग पर ले जाया जा सकता है।
इसका भव्य नजारा देखने के लिए ₹300 का भुगतान करना होगा।
जहां से सरदार सरोवर बांध के चारों तरफ का नजारा और आस- पास के भव्य और प्राकृतिक वातावरण को देख सकते हैं।
2013 में भारत सरकार ने 3001 करोड़ का बजट रखा था जिसको Larsen and toubro company ने 2989 करोड़ में accept किया।
इसका साथ Tournel construction company जो दुबई में सबसे ऊंची इमारत बुर्ज खलीफा बनाने के लिए प्रसिद्ध है।
इसके पहले चीन में 150 मीटर ऊंची spring of Buddha भगवान बुद्ध की प्रतिमा बनाई है।
इसके पहले 2008 में म्यानमार सरकार ने 120 मीटर ऊंचा प्रतिमा बनाया था।
उससे पहले 116 मीटर ऊंची प्रतिमा जो कि जापान में भगवान बुद्ध की बनाई गई।
Statue of Unity पद्मा भूषण से सम्मानित शिल्पकार राम वी सुतार की कल्पना है उन्होंने ही Statue of Unity का design किया था।
इस प्रतिमा को लगभग 45000 मजदूरों ने एक साथ मिलकर दिन-रात एक करके बनाया था।
Statue of Unity का base 58 मीटर ऊंचा है जिस पर तीन मंजिला इमारत बनाया गया है।
उस base में memorial garden museum, सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन दर्शन के कुछ चीजें रखी गई है।
इसके अलावा हम अगर Structure की बात करें तो यह 20000 square मीटर में फैला हुआ है।
Statue of Unity को 12 किलोमीटर लंबी तालाब से घिरा हुआ है।
Statue of Unity तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर boat riding की सुविधा उपलब्ध है जो आपको 5 मिनट में ही अंदर पहुंचा देगी।
Statue of Unity 60 मीटर प्रति सेकंड की speed सेेेेे चलने वाली हवा, earthquake और vibration को भी झेल सकती है।
इसलिए यह प्रतिमा वाकई में अनोखाा है।
इस project पर एक श्रेष्ठ भारत भवन है जहां पर 3 स्टार होटल सुविधाएं और रूम उपलब्ध है।
Statue of Unity के पास एक public प्लाजा भी है जहां पर Tourist के लिए खाने पीने की सुविधाएं और
कई दुकाने और रहने के लिए अनेक सुविधाएं भी उपलब्ध है।
यहां पर और भी कई सारे Centre है जैसे research centre institute, amusement park और convention centre etc।
कुल मिलाकर दोस्तों, Statue of Unity को इस तरह सेेेेे डिजाइन किया गया है कि लाखों tourist हर साल घूमने आ सके और भारत सरकार को बड़ेेेेेे पैमाने पर income हो सके।
ऐसे में भारत और गुजरात के लिए यह गर्व की बात है कि भारत की एकता, अखंडता और भारत की शान के लिए यह ये statue को बनाया गया है।
यह Statue जो लोगों मे एकता की भावनाओं को प्रदर्शित करता है।
दोस्तों, आज की पोस्ट में मैं आपको Statue of Unity से संबंधित सारी जानकारी दिया हूं।
अगर आपके मन में इस पोस्ट से related कोई भी question हो तो कमेंट करके जरूर पूछें।
मैं पूरी कोशिश करूंगा कि आपके सवालों का जवाब दे सकूं।
दोस्तो, आपको ये पोस्ट कैसा लगा जरूर बताएं।
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